बिहार के CM नीतीश कुमार और RJD चीफ लालू यादव ने रविवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से उनके आवास पर मुलाकात की। यह मुलाकात करीब एक घंटे तक चली। मुलाकात के बाद नीतीश ने कहा कि हम देश में कई दलों को एकजुट करना चाहते हैं। सोनिया गांधी ने 17 अक्टूबर को कांग्रेस पार्टी का नया अध्यक्ष चुने जाने के बाद फिर से मिलने के लिए कहा है।
वहीं, लालू ने कहा कि हमें बीजेपी को हटाना है और देश को बचाना है। जिस तरह से हमने बिहार में BJP को हटाया था, उसी तरह से हम सभी को एक साथ आना होगा। लालू-नीतीश की सोनिया से मुलाकात 7 साल बाद हुई है। अगस्त 2015 में पटना के गांधी मैदान में JDU, RJD और कांग्रेस महागठबंधन ने स्वाभिमान रैली में आयोजित की थी, जिसमें तीनों नेता एक मंच पर दिखे थे।
मोदी के खिलाफ एकजुट नहीं हो पाया विपक्ष, 10 राज्यों के 17 नेताओं को आना था, 5 ही पहुंचे
इससे पहले, रविवार देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल की 109 वीं जयंती पर हरियाणा के फतेहाबाद में ‘सम्मान दिवस रैली’ हुई। रैली के लिए इनेलो (इंडियन नेशनल लोकदल) प्रमुख ओम प्रकाश चौटाला ने नीतीश कुमार सहित 10 राज्यों के 17 नेताओं को निमंत्रण दिया था, लेकिन मंच पर 5 बड़े नेता ही दिखे। इनमें नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव, NCP चीफ शरद पवार, SAD नेता सुखबीर सिंह बादल और CPI(M) महासचिव सीताराम येचुरी शामिल थे।
इनेलो की रैली में नीतीश कुमार ने कांग्रेस सहित सभी दलों से एक साथ आने की अपील की। नीतीश ने कहा कि ऐसा होने के बाद BJP को 2024 के लोकसभा चुनाव में करारी शिकस्त मिलेगी। वहीं, तेजस्वी ने भाजपा पर निशाना साधते हुए पूछा कि अब NDA कहां है? शिवसेना, अकाली दल, JDU जैसे भाजपा सहयोगियों ने लोकतंत्र बचाने के लिए इसे छोड़ दिया है।
इधर, सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि यह नया गठबंधन बनाने के लिए साथ आने का समय है। बादल ने आगे कहा कि SAD, शिवसेना और JDU ही असली NDA है, क्योंकि हमने इसकी स्थापना की थी। वहीं, शरद पवार ने कहा कि अब 2024 में सरकार बदलने का समय आ गया है।