नई दिल्ली:समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि सरकारी मशीनरी से बल पर ब्लाक प्रमुख पदों पर जबरन कब्जा किया जाना जनादेश का अपमान है। सत्ता के सहयोग से भाजपा ने अपने पक्ष में मतदान कराया। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को भाजपा सरकार ने युद्धभूमि में तब्दील कर दिया।
अखिलेश ने शनिवार को जारी एक बयान में कहा कि यूपी के विभिन्न जिलों में ब्लाक प्रमुख प्रत्याशियों और क्षेत्र पंचायत सदस्यों का खुलेआम अपहरण किया गया। धांधली का विरोध करने पर उत्पीड़न हो रहा है। सभी कागज पूरा होने के बाद भी मतदान से वंचित करते हुए धमकी दी गई। बस्ती सपा जिलाध्यक्ष के घर छापा मारा गया। उन्नाव में सीडीओ ने पत्रकारों को बेरहमी से पीटा। इटावा में पुलिस अधिकारी को भाजपाइयों ने पीट दिया। संतकबीरनगर में क्षेत्र पंचायत सदस्य का अपहरण कर लिया गया। यूपी की साख को खराब करने की जिम्मेदार भाजपा सरकार है।
उन्होंने कहा कि जहां सपा प्रत्याशी के समर्थक क्षेत्र पंचायत सदस्यों को पहचान पत्र होने के बाद भी वोट नहीं देने दिया जा रहा है, वहीं भाजपा प्रत्याशी को गलत तरीके से फर्जी आईडी से मतदान कराया गया। यूपी में पुलिस प्रशासन के अधिकारी सरकार के दरबारी की भूमिका निभाते रहे हैं और सत्ता के इशारे पर जबरन सहायक लगाए गए। ज्ञापन दिए जाने के बाद भी राज्य निर्वाचन आयुक्त को ज्ञापन देने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हुई। यूपी में लोकतंत्र को भाजपा ने बंधक बनाया है। जनता भाजपाइयों की अराजकता व हिंसा से त्रस्त है। जिसका जवाब 2022 में जनता वोट के माध्यम से भाजपा की सत्ता से विदाई कर देगी।