पूर्व न्यायाधीश रंजन गोगोई असम में विधानसभा चुनाव में बीजेपी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हो सकते हैं यह बात असम के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के नेता तरुण गोगोई ने कही है। क्योंकि अगले साल असम में विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार को चुना जाना है। बीबीसी हिंदी न्यूज़ के अनुसार असम में मुख्यमंत्री पद के लिए बीजेपी की लिस्ट में पूर्व न्यायाधीश रंजन गोगोई का भी नाम शामिल है।
लेकिन अब कोंग्रेस के नेता तरुण गोगोई ने मीडिया जो जो बताया क्या पूर्व न्यायाधीश रंजन गोगोई राजनीति में जमकर कदम रख चुके हैं। 2019 में पूर्व न्यायाधीश रंजन गोगोई ने राम मंदिर का फैसला किया था । लेकिन अब उन्होंने राजनीति में कदम रखने का मन बना लिया है और अब वे असम में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हो सकते हैं।
मीडिया से जब पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने बात की तब उन्होंने बताया कि मैंने सूत्रों के आधार पर सुना है कि असम में विधानसभा चुनाव अगले साल होने वाला है और मुख्यमंत्री पद के लिए भारतीय जनता पार्टी की ओर से पूर्व न्यायाधीश जिन्होंने राम मंदिर मुद्दे पर फैसला किया था उनका नाम उनका मुख्यमंत्री की लिस्ट में है। कांग्रेस के नेता ने उनसे यह भी पूछा था कि उन्होंने जब राज्यसभा की सदस्यता स्वीकार की थी तब उन्होंने मना क्यों नहीं किया था।
लेकिन ऐसे ही कई मीडिया हाउसेस के मालिक भी ऐसे ही पद लिए बैठे हैं और मीडिया में इस वक्त क्या हो रहा है यह सब देख ही रहे होंगे कि किस प्रकार की खबरों को प्रसारित किया जा रहा है। जो देश में आम आदमी के असल मुद्दे हैं वह मीडिया से बिल्कुल गायब हैं। हर मुद्दे पर विपक्ष को निशाना बनाया जा रहा है। और जो मुख्य मुद्दा है बेरोजगारी महंगाई भ्रस्टाचार मीडिया से बिल्कुल गायब है। लेकिन आज जब यह खबर आई है मुख्यमंत्री के पद के लिए पूर्व न्यायाधीश रंजन गोगोई का भी बीजेपी की ओर से नाम शामिल है। तो क्या इनके लिए गए न्याय पर सवाल नही उठना चाहिए ।
(इनपुट:The rs news)