पटना:भाकपा-माले के बिहार राज्य सचिव कुणाल ने बांका जिले के एक मदरसे में हुए बम विस्फोट के मामले की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग बिहार सरकार से की है. कहा कि तब तक सरकार को धैर्य से काम लेना चाहिए और इस घटना की आड़ में सांप्रदायिक जहर फैलाने वाली ताकतों पर कड़ी निगरानी रखनी चाहिए.
आगे कहा कि उक्त घटना की आड़ में भाजपा अपने चरित्र के मुताबिक सांप्रदायिक नफरत फैलाने के अभियान में लग गई है. उसके विधायक हरिभूषण ठाकुर सहित कई नेताओं ने मदरसों को आतंक का केंद्र बताने जैसा आपत्तिजनक बयान दिया है. किसी एक मदरसे में किसी कारण हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना के आधार पर किसी खास संप्रदाय को टारगेट करने और घृणा व उन्माद फैलाने की भाजपाई साजिश को बिहार की अमनपसंद जनता कभी स्वीकार नहीं करेगी.
मुस्लिम समुदाय से जुड़ी हर घटना को आतंकवाद की कार्रवाइयों से जोड़ने वाली भाजपा का खुद कई बार आतंकी कनेक्शन उजागर हो चुका है. हम सब मालेगांव बम विस्फोट जैसे आतंकी कांड के गवाह रहे हैं, जिसकी मुख्य आरोपी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को भाजपा ने भोपाल संसदीय सीट से टिकट देकर लोकसभा तक पहुंचाने का काम किया है. जम्मू-कश्मीर के डीएसपी देविंदर सिंह के बयान के बाद भाजपा नेता तारीक अहमद मीर के आतंकियों के साथ संबंध होने के सबूत पाए गए थे. अभी हाल में कोलकाता में बीजेपी दफ्तर के पास 51 क्रूड बम पाए गए. पहले भी कई दफा वहां से बम बरामद हुए हैं. इस तरह भाजपा नेताओं के आतंकी कनेक्शन के हजार सबूत हमारे पास मौजूद हैं.
माले राज्य सचिव ने कहा कि इस घटना की एनआईए जांच की कोई जरूरत नहीं है. वहां की पुलिस ने किसी भी प्रकार के आतंकी कनेक्शन की बात नहीं स्वीकार की है. सरकार को एक उच्चस्तरीय जांच टीम का गठन करना चाहिए और मामले की निष्पक्ष जांच करानी चाहिए.
12 जून को पार्टी की राज्य कमिटी के सदस्य एसके शर्मा के नेतृत्व में भाकपा-माले का भी एक जांच दल घटनास्थल का दौरा करेगा.