पटना: राष्ट्री य जनतांत्रिक गठबंधन ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए जनता दल यूनाइटेड सुप्रीमो व मुख्यममंत्री नीतीश कुमार को चुनावी चेहरा घोषित कर रखा है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व भारतीय जनता पार्टी के अध्युक्ष जेपी नड्डा को इसका समर्थन है। लेकिन गठबंधन में चेहरे को लेकर सियासत थम नहीं रही है। एनडीए के घटक दल लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यहक्ष चिराग पासवान तो पहले से ही नीतीश कुमार के चेहरे पर चुनाव लड़ने के खिलाफ आवाज उठाते रहे हैं, अब बीजेपी नेता व कृषि मंत्री प्रेम कुमार के बयान पर जेडीयू ने आपत्ति दर्ज की है। बिहार एनडीए में बीजेपी के सहयोगी जेडीयू का मानना है कि विधानसभा चुनाव मुख्यजमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई में लड़ा जाएगा तथा यह लड़ाई उनके चेहरे पर ही होगी। वे ही बिहार में एनडीए का चेहरा हैं।
बीजेपी नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव की बात कर रही है। इस बाबत कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने कहा है कि बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव होगा, लेकिन चुनाव में सबसे बड़ा चेहरा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही होंगे। केंद्र सरकार ने जिन योजनाओं को बिहार में लागू किया है, उनको मुद्दा बनाकर ही मतदाताओं से वोट मांगे जा सकते हैं। प्रेम कुमार ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर एनडीए का सबसे बड़ा चेहरा नरेंद्र मोदी हैं। वे यह भी कहते हैं कि सात सालों में बिहार के लोगों को जितना नरेंद्र मोदी की सरकार ने दिया है, उतना किसी अन्य सरकार में नही मिला। नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार के काम और नेतृत्व में एनडीए इस चुनाव को भी जीतेगा।
बिहार बीजेपी के नेता व नीतीश सरकार में मंत्री प्रेम कुमार के ताजा बयान पर जेडीयू के विधायक ललन पासवान ने कहा है कि कुछ भी हो चुनाव में नीतीश कुमार का चेहरा ही जिताऊ चेहरा है। मंत्री प्रेम कुमार को यह नहीं दिख रहा है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मुख्यंैमत्री नीतीश कुमार के विकास कार्यों की कई बार तारीफ कर चुके हैं।
दरअसल, बिहार एनडीए में एक तबका नीतीश कुमार के खिलाफ है। एलजेपी सुप्रीमो चिराग पासवान तो उनके खिलाफ खुली जंग ही लड़ रहे हैं। चिराग पासवान लगातार नीतीश कुमार के विकास कार्यों पर सवाल उठाते रहे हैं। वे मानते हैं कि नीतीश कुमार के नेतृत्वत में चुनाव में जाने से गठबंधन को नुकसान हो सकता हे। वे चाहते हैं कि बीजेपी अधिक सीटों पर चुनाव लड़े।
माना जाता है कि बीजेपी के भीतर का एक तबका भी नीतीश कुमार के विरोध में रहा है। वह इशारों में ही सही, सवाल खड़े करते रहा है। ऐसे नेताओं का मानना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे को आगे कर चुनाव में जाना जरूरी है। मोदी ने बिहार को विकास के जो तोहफे दिए हैं, उसका जनता में बेहतर संदेश जा रहा है। इसका लाभ चुनाव में मिल सकता है।
(इनपुट jagran.com)