नवचयनित अतिथि शिक्षक पूरी क्षमता एवं योग्यता से पठन-पाठन के साथ ही महाविद्यालय के सभी कार्यों को करेंगे पूर्ण सहयोग- कुलपति
विश्वविद्यालय द्वारा आज प्रकाशित सूची में 234 महिला शिक्षकों के नाम भी शामिल
बिहार के पहले विश्वविद्यालय के रूप में ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के कुलपति प्रोफ़ेसर सुरेन्द्र प्रताप सिंह के आदेश से विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर संगीत एवं नाट्य विभाग एवं विभिन्न महाविद्यालयों के रिक्त पदों के विरुद्ध कुल 624 नये अतिथि शिक्षकों के पदस्थापन की अधिसूचना कुलसचिव प्रोफेसर मुश्ताक अहमद द्वारा आज जारी गई है। अतिथि शिक्षकों के नियोजन हेतु मेधा सूची बिहार सरकार के आरक्षण प्रावधानुसार किया गया है।
शिक्षक नियुक्ति हेतु अभ्यर्थियों द्वारा दिए गए पता के आधार पर नजदीकी महाविद्यालयों में पद की उपलब्धता को ध्यान में रखते हुए यथासंभव पदस्थापन का पूरा प्रयास किया गया है। साथ ही यह भी ध्यान रखा गया है कि किसी भी महाविद्यालय के किसी भी विषय में शिक्षकों की संख्या शून्य न रह पाए, बल्कि कम से कम प्रत्येक विभाग में एक शिक्षक अवश्य ही हो जाये। वहीं गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज, बेनीपुर, दरभंगा में भी सभी विषयों में पदों की उपलब्धता के अनुरूप शिक्षकों का पदस्थापन किया गया है।
जारी अधिसूचना के अनुसार रसायन शास्त्र में 57, वाणिज्य में 41, अर्थशास्त्र में 31, अंग्रेजी में 61, भूगोल में 25, हिन्दी में 30, इतिहास में 44, गृह विज्ञान में 08, मैथिली में 14, गणित में 46, संगीत एवं नाट्य में 03, दर्शनशास्त्र में 10, भौतिकी में 59, राजनीति विज्ञान में 45, मनोविज्ञान में 43, संस्कृत में 24, समाजशास्त्र में 23, उर्दू में 11 तथा जन्तु विज्ञान में 49 सहित कुल 624 अतिथि शिक्षकों पदस्थापन किए गए हैं, जिनमें रसायन विज्ञान में 15, वाणिज्य में 14, अर्थशास्त्र में 10, अंग्रेजी में 28, भूगोल में 12, हिन्दी में 12, इतिहास में 16, गृह विज्ञान में 08, मैथिली में 05, गणित में 05, संगीत एवं नाट्य में 03, दर्शनशास्त्र में 04, भौतिक में 12, राजनीति विज्ञान में 17, मनोविज्ञान में 30, संस्कृत में 09, समाजशास्त्र में 10, उर्दू में 05 तथा जन्तु विज्ञान में 19 सहित कुल 234 महिला अतिथि शिक्षकों के नाम भी शामिल हैं।
वहीं वनस्पति विज्ञान में उच्च न्यायालय के आदेश प्राप्ति के बाद चयनित अतिथि शिक्षकों के पदस्थापन की अधिसूचना जारी की जाएगी, जबकि पर्सियन में बीपीएससी, पटना तथा बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग, पटना की अनुशंसा आधार पर पूर्व में ही नियुक्ति हो जाने से पद की अनुपलब्धता के कारण अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हो पायी।
ज्ञातव्य है कि इन अतिथि/ अंशकालीन शिक्षकों के नियोजन हेतु विज्ञापन विश्वविद्यालय द्वारा 2021 में जारी किया गया था। ऐसे शिक्षकों के नियोजन हेतु चयन समिति के द्वारा की गई अनुशंसाओं के आलोक में विश्वविद्यालय द्वारा गठित उच्च स्तरीय समिति द्वारा तैयार कोटिवार मेधा सूची के आधार पर अधिसूचना जारी की गई है।
अतिथि शिक्षकों के नियोजन की इस संपूर्ण प्रक्रिया को स्वच्छ एवं पूर्ण पारदर्शिता के साथ संचालन हेतु कुलपति प्रोफेसर एस पी सिंह ने अपनी तमाम व्यस्तताओं के बावजूद भी प्रारंभ से ही विशेष अभिरुचि लेते रहे एवं इसकी सतत सर्वेक्षण भी करते रहे।
इस प्रक्रिया में कुलसचिव प्रो मुश्ताक अहमद ने भी विशेष रूचि ली। उनके इन प्रयत्नों के फलस्वरूप ही नियुक्ति की इतनी बड़ी एवं जटिल प्रक्रिया पूर्णतः विवाद रहित तरीके से आज सफलतापूर्वक संपन्न हो सका है।
इस अवसर पर कुलपति महोदय ने कहा कि नवचयनित अतिथि शिक्षक अपने महाविद्यालय में अपनी पूरी क्षमता एवं योग्यता से न केवल पठन-पाठन, बल्कि अन्य सभी कार्यों में भी पूर्ण योगदान करेंगे। वहीं कुलसचिव ने कहा कि सभी चयनित शिक्षक ऊर्जावान एवं युवा हैं, जिसका लाभ छात्र- छात्राओं के साथ ही महाविद्यालय के नैक ग्रेडिंग में भी मिलेगा।
कुलपति प्रोफेसर एस पी सिंह तथा कुलसचिव प्रोफ़ेसर मुश्ताक अहमद ने इस चयन प्रक्रिया में प्रारंभ से अब तक जितने भी शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मियों ने सहयोग किया और इस कार्य को पूर्ण पवित्रता एवं स्वच्छता के साथ पूरी इमानदारी के साथ सम्पन्न किया, उसके लिए उन सब को साधुवाद देते हुए कहा कि इन लोगों के सहयोग के कारण ही इतना बड़ा शैक्षणिक यज्ञ पूर्ण हो सका है, जिसका लाभ मिथिलांचल के छात्र- छात्राओं को मिलता रहेगा।