न्यूयॉर्क:वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के डायरेक्टर जनरल टेड्रोस अलोम घेब्रेयसस का कहना है कि कोरोना वायरस कहां से आया, यह जानना जरूरी है। इस बारे में WHO को रुख बिल्कुल साफ है। ऐसा करके हम भविष्य में होने वाली इस तरह की समस्याओं को रोकने में हमारी मदद कर सकता है।
उन्होंने कहा कि हम इसका सोर्स जानने की हर कोशिश कर रहे हैं। इसके लिए चीन के वुहान से स्टडी शुरू की जाएगी। पता करेंगे कि वहां क्या हुआ था। इसके अलावा देखा जाएगा कि किसी निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए दूसरे रास्ते क्या हैं।
कोरोना से सबसे ज्यादा मौतें अब यूरोप में हो रहीं हैं। यहां हर दिन 3-4 हजार लोग संक्रमण से दम तोड़ रहे हैं। यहां इटली, पोलैंड, रूस, यूके, फ्रांस समेत 10 देश ऐसे हैं जहां हर दिन 100 से 700 लोग जान गंवा रहे हैं। यूरोप के 48 देशों में अब तक संक्रमण से 3.86 लोगों की मौत हो चुकी है।
हर दिन होने वाली मौतों में दूसरे नंबर पर नॉर्थ अमेरिका और तीसरे पर एशिया है। नॉर्थ अमेरिका में हर दिन 1500 से 2000 मरीजों की मौत हो रहीं, जबकि एशिया में हर दिन 1400 से 1800 लोग जान गंवा रहे।
अमेरिका में अभी सबसे ज्यादा 50 लाख एक्टिव केस हैं। मतलब ऐसे मरीज जिनका इलाज चल रहा है। फ्रांस में ऐसे मरीजों की संख्या 20 लाख, इटली में 7.94 लाख, ब्राजील में 5.63 लाख एक्टिव मरीज हैं। भारत में ऐसे मरीजों की संख्या 4.46 है।
अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इंफेक्शियस डिसीज के डायरेक्टर डॉ. एंथनी फॉसी ने एक के बाद लगातार दूसरी लहर आने की चेतावनी दी है। NBC न्यूज चैनल के एक प्रोग्राम में फॉसी ने कहा कि अचानक से कुछ बदलने नहीं जा रहा। हालांकि अभी भी देर नहीं हुई है। लोग थैंक्सगिविंग की छुट्टियां मनाकर घर लौट रहे हैं। सभी मास्क पहने, बड़े ग्रुप न बनाएं और सोशल डिस्टेंसिंग बरकरार रखें।
दुनिया में अब तक कोरोना के 6 करोड़ 31 लाख 64 हजार 883 मामले सामने आ चुके हैं। 14 लाख 66 हजार 27 लोगों की मौत हो चुकी है। अच्छी बात ये कि अब तक 4 करोड़ 36 लाख 41 हजार 631 लोग ठीक हो चुके हैं।
(इनपुट bhaskar.com)