नई दिल्ली. कोरोना वायरस की वजह से देशभर में कई परीक्षाएं या तो स्थगित कर दी गईं या फिर उन्हें रद्द करने का फैसला लिया गया. यूनिवर्सिटी ग्रांट यानी यूजीसी (UGC) ने हालांकि फाइनल ईयर की परीक्षाएं (Final Year Exam) रद्द नहीं करने का फैसला किया है, लेकिन इसे लेकर मामला अब सुप्रीम कोर्ट में है जहां इस बात का फैसला होना है कि देशभर में फाइनल ईयर की परीक्षाएं रद्द की जाएंगी या नहीं. हालांकि इस बीच दिल्ली और महाराष्ट्र की सरकारें पहले ही फाइनल ईयर की परीक्षाएं आयोजित नहीं करने का फैसला ले चुकी हैं.
अब यूजीसी ने सुप्रीम कोर्ट में अपना पक्ष रखते हुए कहा है कि दिल्ली और महाराष्ट्र सरकार के फाइनल ईयर एग्जाम रद्द करने के फैसले से शिक्षा का स्तर सीधे तौर पर प्रभावित हो सकता है. यूजीसी ने फाइनल ईयर एग्जाम को लेकर दिल्ली और महाराष्ट्र सरकार के रुख पर हलफनामा पेश करते हुए अपना पक्ष रखा. इसमें कहा गया है कि फाइनल ईयर एग्जाम आयोजित करने का फैसला कोरोना वायरस जैसी महामारी के बीच स्टूडेंट्स के हितों को ध्यान में रखते हुए ही किया गया है.
यूजीसी ने साफ कहा कि दिल्ली और महाराष्ट्र सरकार का फाइनल ईयर एग्जाम रद्द करने का फैसला शिक्षा के स्तर पर सीधा असर डालेगा. यूजीसी ने सबसे पहले 29 अप्रैल को गाइडलाइंस जारी कर फाइनल ईयर एग्जाम आयोजित करने की बात कही थी.