स्थानीय लोगों में चेमीगोइयाँ, ईंट पत्थर के ढेर किसी बड़ी साजिश का हिस्सा तो नहीं!
11 जून 2022
गोंडा शहर के चौक बाजार स्थित तमंदार मस्जिद के ठीक सामने स्थित एक छत की तस्वीर ड्रोन कैमरे में कैद हुई है जिस पर ईंट पत्थर के ढेर साफ तौर पर दिखाई दे रहे हैं जो शहर के माहौल को बिगाड़ने के लिए रची जाने वाली किसी अचानक साजिश का पर्दाफाश करती नज़र आ रही है।
गौरतलब है कि 10 जून जुमे की नमाज़ के बाद नबी साहब की शान में अपमान के खिलाफ शहर में एक विरोधी जुलूस निकलने की अफवाह फैलाई गई थी। जिसकी वजह से जिला प्रशासन ने सख्त सिक्योरिटी के इंतजामात किए थे। खुद एसपी संतोष कुमार मिश्रा लगातार शहर भर में दौरे पर दौरा कर रहे थे। सभी मस्जिदों के आसपास बड़ी पुलिस फोर्स तैनात की गई थी। साथ ही ड्रोन कैमरे से भी जुमे की नमाज़ की रिकॉर्डिंग कराई जा रही थी। जुमे की नमाज़ के बाद जब शहर में किसी भी तरह का कोई जुलूस नहीं निकला और हर तरफ माहौल पुर-अम्न नज़र आने लगा तो पुलिस महकमे के मीडिया सेल के जरिए जुमे के दौरान किए गए सिक्योरिटी व्यवस्था की तस्वीरें अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से वायरल करनी शुरू कीं। जिनमें ड्रोन कैमरे से ली गई तस्वीरें भी वायरल की गई। ड्रोन कैमरे की वायरल तस्वीर में तमंदार मस्जिद के ठीक सामने स्थित एक घर छत की पर पत्थर के ढेर भी साफ दिखाई दे रहे हैं। जब लोगों ने इसके मालिक की तहकीक शुरू की तो लोग यह जानकर हैरान रह गए कि यह घर किसी आम आदमी का नहीं बल्कि भाजपा लीडर वार्ड मेंबर आशीष मोदनवाल के घर की है। जिस पर ढेर सारे ईंट और पत्थर जमा कर रखे हूए हैं।
लोग सवाल उठा रहे हैं कि आखिर छत पर यह पत्थर क्यों रखे गए हैं? यह भी बता दें कि फैलाई गई अफवाह के अनुसार विरोधी जुलूस का जो रास्ता था वह डिप्टी मस्जिद से महाराजगंज होते हुए तमंदर मस्जिद चौक से अब्दुल हमीद चौक के रास्ते ही फैजाबाद रोड स्थित छावनी मस्जिद तक जाना था। माना जा रहा है कि अगर यह जुलूस निकाला जाता तो यहां से पत्थरबाजी़ भी हो सकती थी जिससे शहर का माहौल एक बार फिर बिगड़ सकता था। ड्रोन कैमरे में कैद पत्थरों से भरी छत के बारे में जानकारी लेने के लिए एसपी के नंबर पर फोन किया गया तो उन्होंने एक घंटी के बाद फोन काट दिया। कोतवाल शहर पंकज कुमार सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मुझे मालूम नहीं है फिर भी इसकी तफ्तीश की जाएगी।