नई दिल्ली: राष्ट्रीय उर्दू भाषा विकास परिषद के मुख्यालय में भारतीय जनसंचार संस्थान, नई दिल्ली के छात्रों के लिए एक संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों के साथ वहां के शिक्षकों ने भी भाग लिया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय उर्दू भाषा विकास परिषद के निदेशक डॉ मो.शम्स इक़बाल ने कहा कि पत्रकारिता आज की जरूरत है और पत्रकारिता आत्मविश्वास का विषय है, इसलिए जितना अधिक आप अन्य संस्थानों के लोगों से मिलेंगे और पुस्तकों का अध्ययन करेंगे, उतना अधिक आत्मविश्वास बढ़ेगा। आप अपने क्षेत्र में पत्रकारिता की बारीकियों और प्रकाशन के तरीकों को समझने का प्रयास कीजिए। इस अवसर पर हक्कानी अल-कासिमी ने अपने संबोधन में कहा कि पत्रकारिता कांटो भरी घाटी है और पत्रकारिता का मुख्य कार्य वीराने को आबाद करना है। उन्होंने दैनिक समाचार और डायरी लिखने पर जोर दिया और कहा कि पत्रकारिता केवल पत्रकारिता के विचारों और सिद्धांतों को पढ़कर नहीं सीखी जा सकती इसके लिए व्यावहारिक अभ्यास आवश्यक है। उन्होने आगे कहा कि पत्रकारिता से संबंधित बुनियादी और बुनियादी पुस्तकों को पढ़ना आपके लिए महत्वपूर्ण है ताकि आप पत्रकारिता और संचार की अभिव्यक्ति के सभी तरीकों और साधनों से परिचित हो सकें। इस बीच छात्रों ने इससे संबंधित प्रश्न भी पूछे इस कार्यक्रम में संपादकीय अनुभाग के उप संपादक डॉ. अब्दुल बारी, आईएमसी शिक्षक मोहम्मद साकिब, अभिषेक सिंह, पून सिंह, सहायक शिक्षा अधिकारी अजमल सईद और मोहम्मद तौसीक़ आदि भी मौजूद रहे।