दुबई: बीसीसीआई (BCCI) ने आज यानि सोमवार को आईपीएल 2022 (IPL 2022) के लिए 2 नई टीमों की नीलामी प्रकिया शुरू कर दी है. इस नीलामी से बीसीसीआई पर अभूतपूर्व रकम बरसने की उम्मीद है. रिपोर्ट्स के अनुसार नीलामी की आखिरी दौर में 22 में से 10 पार्टी अब शामिल रह गई है, जिनके बीच रेस चल रही है. बीसीसीआई उन आखिरी 10 पार्टी के कागजात चेक कर रहा है. नई टीमों को खरीदने की नीलामी में कभी धोनी का मैनेजमेंट देखने वाली रीति स्पोर्ट्स ने भी एक टीम को खरीदने के लिए बोली लगाई है. बता दें कि पहले बची दस टीमों को तकनीकी बिड क्वालीफायी करनी होगी, इसीलिए बीसीसीआई कागज चेक कर रहा है. इसके बाद ही ये पार्टी नई टीमों को खरीदने के लिए वित्तीय बोली लगाएगी. रिपोर्ट्स के अनुसार आज शाम 5.30 बजे तक आईपीएल की दो नई टीमों की घोषणा किए जाने की संभावना व्यक्त की जा रही है.
इसके अलावा मैनचेस्टेर यूनाइटेड की ओर से अभी तक सबसे बड़ी बोली लगाई गई है, वैसे माना जा रहा है कि मंगलवार को बीसीसीआई नीलामी को लेकर अपनी स्थिति स्पष्ट कर सकती है. देखना दिलचस्प होगा कि नीलामी की रेस में कौन बाजी मारती है. बीसीसीआई ने पहले ही ऐलान कर दिया है, अगले सीजन में 10 टीमों का टूर्नामेंट खेला जाएगा. इसके साथ-साथ इसी साल खिलाड़ियों का मेगा ऑक्शन भी किया जाना है. वैसे, यह स्पष्ट नहीं है कि बीसीसीआई नीलामी की बोली का तकनीकी मूल्यांकन करने के बाद आज ही सफल बोली लगाने वालों की घोषणा करेगा या नहीं. बता दें कि ऐसी 22 कंपनियां हैं, जिन्होंने 10 लाख रुपये के निविदा (टेंडर) दस्तावेज लिए हैं. और यह दस लाख रुपये की राशि नॉन-रिफंडेबल (वापस नहीं होगी). नयी टीमों के लिए आधार मूल्य 2000 करोड़ रुपये रखा गया है. ऐसे में केवल पांच से छह गंभीर बोली लगाने वालों के होने की उम्मीद है.
अडानी के अलावा गोयनका दो साल के लिए पुणे फ्रेंचाइजी राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स (आरपीएस) के मालिक रहे हैं और वह आईएसएल (इंडियन सुपर लीग) फ्रेंचाइजी एटीके मोहन बागान के मालिक भी हैं ऐसी चर्चा है कि मैनचेस्टर यूनाइटेड के मालिक अवराम ग्लेजर के स्वामित्व वाले लांसर समूह ने भी बोली दस्तावेज लिया है. इस दौड़ में कोटक समूह, फार्मास्युटिकल (दवा बनाने वाली कंपनी) प्रमुख अरबिंदो फार्मा और टोरेंट समूह शामिल हैं.
इस नीलामी में बोली लगाने वाले किसी व्यक्ति या कंपनी के मामले में, उस विशेष इकाई का वार्षिक कारोबार न्यूनतम 3,000 करोड़ रुपये होना चाहिए और कॉन्सॉर्टियम के मामले में तीनों संस्थाओं में प्रत्येक का वार्षिक कारोबार 2,500 करोड़ रुपये होना चाहिए. बीसीसीआई फ्रेंचाइजी के लिए बोली लगाने के लिए तीन कंपनियों/व्यक्तियों के कॉन्सॉर्टियम (समूह) को भी अनुमति दे रहा है. ऐसे में भारत के सबसे अमीर लोगों में शामिल गौतम अडानी और उनके अडानी समूह से अहमदाबाद फ्रेंचाइजी के लिए बोली लगाने की उम्मीद है. अडानी समूह अगर बोली लगाता है तो उसके नयी फ्रेंचाइजी के मालिक बनने की संभावना अधिक होगी.
जहां तक शहरों का सवाल है तो अहमदाबाद और लखनऊ का दावा मजबूत नजर आ रहा है. अहमदाबाद के पास मोटेरा के नरेंद्र मोदी स्टेडियम की क्षमता 100,000 से अधिक है, जबकि लखनऊ के इकाना स्टेडियम की क्षमता लगभग 70,000 है. इस दौड़ में हालांकि इंदौर, गुवाहाटी, कटक, धर्मशाला और पुणे जैसे बेहतर क्रिकेट स्टेडियम वाले शहर भी शामिल हैं. इस बोली में भारत का एक पूर्व क्रिकेटर कॉन्सॉर्टियम में शामिल हो सकता हैं, जिसके नयी फ्रेंचाइजी के लिए गंभीरता से बोली लगाने की उम्मीद है.
नयी टीमों की नीलामी प्रक्रिया शुरू होने के बाद बीसीसीआई को प्रत्येक फ्रेंचाइजी से 7000 करोड़ रुपये से 10,000 करोड़ रुपये तक मिलने की उम्मीद है. यह ऐसी रकम है, जो अगर मिलती है, तो जिसके बारे में किसी ने सोचा भी नहीं होगा. इससे बाकी टीमों की भी वर्तमान कीमत कई गुना बढ़ जाएगी.सूत्र ने गोपनीयता की शर्त पर कहा, ‘गौतम अडानी और संजीव गोयनका भारतीय उद्योग में सबसे बड़े नाम हैं. वे गंभीर बोली लगाने वाले होंगे. संभावित बोली लगाने वालों से 3,500 करोड़ रुपये की न्यूनतम बोली की उम्मीद है. सूत्र ने बताया कि यह मत भूलिये कि आईपीएल प्रसारण अधिकार से लगभग पांच बिलियन डॉलर (36,000 करोड़ रुपये) मिलने का अनुमान है.’