जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) के कुलपति एम जगदीश कुमार (M Jagadesh Kumar) को यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (UGC) का नया चेयरमैन नियुक्त किया गया है। शिक्षा मंत्रालय के सीनियर अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। जगदीश कुमार का जेएनयू में कार्यकाल विवादों से भरा रहा था। पिछले साल अपना कार्यकाल समाप्त होने के बाद वह वर्तमान में कार्यवाहक कुलपति के रूप में जेएनयू का कार्यभार संभाल रहे हैं। शिक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा, “जगदेश कुमार को यूजीसी का नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।” यूजीसी के चेयरमैन का पिछले साल 7 दिसंबर से खाली था। इसके आखिरी चेयरमैन प्रोफेसर डीपी सिंह थे, जिन्होंने 65 वर्ष की आयु पूरी हो जाने के बाद 7 दिसंबर को अपने पद से इस्तीफा दिया था। सिंह ने 2018 में यूजीसी चेयरमैन का कार्यभार संभाला था। यह भी पढ़ें- दिल्ली में अब अकेले कार ड्राइविंग करने वालों को मास्क लगाना जरूरी नहीं, DDMA ने कोविड नियमों में दी ढील बता दें कि यूजीसी देश में उच्च शिक्षा की नियामक संस्था है। यूजीसी के वाइस-चेयरमैन का पद भी खाली है। शित्रा मंत्रालय ने अभी तक जेएनयू में जगदीश कुमार के उत्तराधिकारी की नियुक्ति नहीं की है। नियुक्ति के साथ ही शुरू हुए बवाल दिलचस्प है कि साल 2016 के जनवरी महीने में जगदीश कुमार को जेएनयू का कुलपति यानी वाइस-चांसल नियुक्त किया गया और एक महीने के भीतर 9 फरवरी को अफजल गुरु की फांसी की बरसी मनाए जाने को लेकर बड़ा विवाद हुआ। इस विवाद में तत्कालीन छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार के साथ अन्य छात्रनेताओं की गिरफ्तारी भी हुई। इसी के बाद JNU के कुलपति हमेशा छात्र नेताओं के निशाने पर रहे, विशेष तौर पर जेएनयू के वामपंथी छात्र संगठनों के निशाने पर।
कौन हैं जगदीश कुमार?
मूल रूप से तेलंगाना से ताल्लुक रखने वाले जगदीश कुमार ने IIT मद्रास से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में पीएचडी की है। इसके बाद उन्होंने कनाडा की वाटरलू यूनिवर्सिटी से पोस्ट डॉक्टरेट कंप्लीट किया था। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय का वाइस चांसलर नियुक्त किए जाने से पहले तक वह आईआईटी दिल्ली में प्रोफेसर के तौर पर सेवाएं दे रहे थे।