भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद वरुण गांधी (Varun Gandhi) ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (Jawaharlal Nehru University) की कुलपति के तौर पर नियुक्त हुईं शांतिश्री धूलिपुडी पंडित (Shanti Dhulipudi Pandit) की कड़ी आलोचना की.
बीजेपी सांसद ने कहा- ‘जेएनयू की नई वीसी की यह प्रेस विज्ञप्ति ‘निरक्षरता’ का प्रदर्शन है, जिसमें व्याकरण संबंधी बहुत सी गलतियां हैं. इस तरह की औसत दर्जे की नियुक्तियां हमारी मानव पूंजी और हमारे युवाओं के भविष्य को नुकसान पहुंचाती हैं.’
इसके अलावा सामाजिक कार्यकर्ता योगेंद्र यादव ने भी इस नियुक्ति पर आपत्ति जताई है. उन्होंने ट्वीट्स के जरिए प्रोफेसर शांतिश्री पर तंज कसते हुए कहा – ‘मिलिए जेएनयू की नई वीसी से. ये साफ तौर पर अपने छात्रों और फैकल्टी के लिए स्कॉलरशिप का एक आदर्श मॉडल हैं.’
प्रोफेसर शांतिश्री धूलिपुडी पंडित ने कैलिफोर्निया स्टेट यूनिवर्सिटी से सोशल वर्क में डिप्लोमा किया है. इसके अलावा उन्होंने प्रेसिडेंसी कॉलेज, मद्रास से हिस्ट्री और सोशल साइकोलॉजी में बीए और पॉलिटिकल साइंस में एमए किया है. यही नहीं उन्होंने जेएनयू से इंटरनेशनल रिलेशंस में एमफिल और पीएचडी भी की है.
केंद्र सरकार ने सोमवार 59 वर्षीय शांतिश्री धूलिपुडी पंडित को जेएनयू की नई कुलपति नियुक्त किया है, जिससे वह इस विश्वविद्यालय में इस पद पर आसीन होने वाली पहली महिला बन गई हैं. जेएनयू की छात्रा रह चुकी शांतिश्री धूलिपुडी पंडित ने यहां से इंटरनेशनल रिलेशन में एमफिल के साथ-साथ पीएचडी की है.