कानपुर में जुमे की नमाज के बाद कई इलाकों में हुई हिंसा को लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर हमला बोला है। अखिलेश ने हिंसा के लिए भाजपा प्रवक्ता नुपूर शर्मा को दोषी ठहराते हुए उनकी गिरफ्तारी की मांग की है। अखिलेश ने कानपुर में हुई अशांति के लिए पुलिस और इंटेलिजेंस पर भी सवाल उठाए। अखिलेश ने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के जिले में रहते हुए हिंसा होने को खुफिया तंत्र की विफलता बताया।
अखिलेश यादव ने ट्वीट कर लिखा कि महामहिम राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नगर में रहते हुए भी पुलिस और खुफिया-तंत्र की विफलता से भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा दिए गए भड़काऊ बयान से, कानपुर में जो अशांति हुई है, उसके लिए भाजपा नेता को गिरफ़्तार किया जाए। अखिलेश ने कहा कि हमारी सभी से शांति बनाए रखने की अपील है।
सपा के आधिकारिक हैंडल से भी इसे लेकर ट्वीट किया गया। उसमें लिखा गया है कि भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा दिए गए भड़काऊ बयान से कानपुर में माहौल बिगड़ा है। भाजपा नेता को गिरफ्तार किया जाए। सभी से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील है। यह हिंसा पीएम, सीएम की सुरक्षा में तैनात रही कानपुर कमिश्नरेट की पुलिस और इंटेलिजेंस की बड़ी नाकामी है।
दुकानें बंद कराने को लेकर विवाद की शुरुआत
कानपुर में मुस्लिम आबादी वाले क्षेत्रों में नूपुर शर्मा के बयान के विरोध में बाजार बंद रखने का आह्वान किया गया था। जुमे की नमाज के बाद यतीमखाना स्थित सद्भावना चौकी के पास बाजार बंद कराने को लेकर दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए और पत्थरबाजी शुरू हो गई। पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को खदेड़ दिया।
इसके बाद हालात तनावपूर्ण हो गए। लोग तंग गलियों में घुसकर पत्थरबाजी करने लगे। यह पत्थरबाजी कई घंटे तक रुक-रुककर होती रही। फिलहाल पुलिस का दावा है कि स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया है। एक दर्जन से ज्यादा उपद्रवियों को हिरासत में लिया गया है।