लक्षद्वीप की फिल्ममेकर और एक्टिविस्ट आयशा सुल्ताना (Aisha Sultana) के खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज किया गया है। उनके खिलाफ लक्षद्वीप इकाई के भाजपा अध्यक्ष अब्दुल खादर ने कवरत्ती पुलिस स्टेशन में शिकायत की थी। आयशा पर धारा 124 A (राजद्रोह) और 153 B (हेट स्पीच) के तहत केस दर्ज कर लिया गया है।
आयशा के टेलीविजन बहस के दौरान ‘जैविक हथियार’ वाली टिप्पणी को लेकर विवाद हुआ है। खादर का आरोप है कि ‘आयशा ने एक मलयालम चैनल पर बहस के दौरान केंद्र शासित प्रदेश में कोरोना को लेकर झूठी खबर का प्रसार किया। उन्होंने कहा था कि केंद्र सरकार ने लक्षद्वीप में कोरोना के प्रसार के लिए जैविक हथियारों का इस्तेमाल किया।‘खादर ने कहा कि ‘आयशा का बयान राष्ट्रविरोधी है जिससे केंद्र सरकार की छवि खराब हो रही है। ऐसा दोबारा ना हो इसलिए आयशा के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।‘ बीजेपी कार्यकर्ताओं ने केरल में भी आयशा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।आयशा लक्षद्वीप में प्रस्तावित कानून के खिलाफ आगे बढ़कर कैम्पेन में हिस्सा ले रही हैं।
अपने विवादित बयान पर आयशा ने फेसबुक पर पोस्ट किया कि ‘मैंने टीवी चैनल की बहस में जैव हथियार शब्द का इस्तेमाल किया था। मैंने महसूस किया था कि पटेल और उनकी नीतियां जैव हथियार के रूप में हैं। पटेल और उनके दल के माध्यम से ही लक्षद्वीप में कोविड 19 फैला। मैंने पटेल की तुलना जैव हथियार से की, सरकार या देश से नहीं। आपको यह समझना चाहिए।‘ बता दें कि आयशा लक्षद्वीप के चेटियाथ द्वीप की रहने वाली हैं।