मनी लॉन्ड्रिंग केस में दिल्ली सरकार में मंत्री सत्येंद्र जैन की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट ने उन्हें 9 जून तक के लिए ED की कस्टडी में भेज दिया है। यह मामला कोलकाता की कंपनी से जुड़ा बताया जा रहा है। सत्येंद्र को अरविंद केजरीवाल का करीबी माना जाता है।
पिछले महीने ED ने जैन परिवार और उनसे जुड़ी कंपनियों की 4.81 करोड़ रुपए की संपत्ति कुर्क की थी। 2018 में भी इस मामले में ED ने सत्येंद्र जैन से पूछताछ की थी। ED की तरफ से कोर्ट में पेश हुए सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि हमारे पास डाटा एंट्री है कि कैसे हवाला में पैसा लगाया गया।
केजरीवाल बोले- बदले की राजनीति के शिकार बने
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को राजनीतिक वजहों से निशाना बनाया जा रहा है। मैंने इस केस से जुड़े सभी चीजों की स्टडी की है। यह केस पूरी तरह फर्जी है और न्यायपालिका पर मुझे पूरा भरोसा है। सोमवार को ED ने दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री को हवाला से जुड़े एक केस में गिरफ्तार किया था, जिसके बाद से विपक्षी पार्टियां जैन की बर्खास्तगी की लगातार मांग कर रही है।
जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे जैन
सत्येन्द्र जैन की गिरफ्तारी की बड़ी वजह यह भी सामने आई है कि वो ED को जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे। मामले से जुड़ी जानकारियां जांच एजेंसी से छुपा रहे थे। इस मामले को चलते करीब आठ साल हो गए हैं। पांच अप्रैल को भास्कर ने बताया था कि सत्येंद्र जैन पर ED की नजर है।