नई दिल्ली:पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी (BJP) अध्यक्ष जे. पी. नड्डा के काफिले पर हुए हमले के बाद गृह मंत्रालय ने शनिवार को बड़ा फैसला लिया है। मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल के तीन आईपीएस अधिकारियों को सेंट्रल डेप्युटेशन पर बुलाया है। गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया, ”बीजेपी प्रमुख जे. पी. नड्डा की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार पश्चिम बंगाल के तीन आईपीएस अधिकारियों को गृह मंत्रालय (एमएचए) ने सेंट्रल डेप्युटेशन पर सर्विस के लिए बुला लिया है।”
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव अलपन बंदोपाध्याय और पुलिस महानिदेशक वीरेंद्र को राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति के बारे में स्पष्टीकरण देने के लिए 14 दिसंबर को पेश होने को कहा था। वहीं, राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने भी 10 दिसंबर को दक्षिण 24 परगना जिले में नड्डा के काफिले पर हुए हमले की पृष्ठभूमि में केंद्र को अपनी रिपोर्ट भेजी थी।
बंगाल केअधिकारियों को दिल्ली तलब किए जाने को लेकर तृणमूल कांग्रेस ने हमला बोला था। तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद कल्याण बनर्जी ने केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला को पत्र लिखकर कहा कि बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा के काफिले पर हमले को लेकर पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को दिल्ली तलब करना राजनीति से प्रेरित है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था राज्य का विषय है। लोकसभा में तृणमूल कांग्रस के मुख्य सचेतक बनर्जी ने आरोप लगाया कि राज्य प्रशासन को भयभीत करने के लिए दबाव डालने वाली कार्रवाई की जा रही है और केंद्रीय गृहमंत्री के इशारे पर शीर्ष अधिकारियों को तलब किया गया है।
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने ममता बनर्जी के बयान को लेकर उन पर तीखा वार किया था। उन्होंने कहा था कि मुख्यमंत्री को संविधान का पालन करना होगा। वह उससे अलग नहीं जा सकती हैं। राज्य की कानून-व्यवस्था लगातार खराब हो रही है। उन्होंने हमले की घटनाओं को लोकतंत्र पर धब्बा बताया था। धनखड़ ने कहा था, ”हमले की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। यह हमारे लोकतांत्रिक ताने-बाने पर एक धब्बा हैं।” उन्होंने कहा था कि ममता बनर्जी को जे पी नड्डा के काफिले पर हमले के संबंध में दिए गए अपने बयान को लेकर माफी मांगनी चाहिए। राज्यपाल धनखड़ ने गुरुवार को भी हमले पर चिंता व्यक्त की और कहा था कि राज्य प्रशासन उनकी चेतावनियों के बावजूद कार्रवाई करने में विफल रहा।
पश्चिम बंगाल में कोलकाता से दक्षिण 24 परगना जिले में जाने के दौरान डायमंड हार्बर इलाके में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा के काफिले पर गुरुवार को पत्थर फेंके गए। पथराव की घटना में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की कार में तोड़-फोड़ की गई थी। पश्चिम बंगाल बीजेपी प्रमुख दिलीप घोष ने बताया था, ”डायमंड हार्बर की हमारी यात्रा के समय तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों ने रास्ता अवरुद्ध कर दिया और नड्डा के वाहन तथा दूसरी गाड़ियों पर पत्थर फेंके। यह तृणमूल कांग्रेस का असली रंग दिखाता है।”
(इनपुट livehindustan.com)