दरभंगा – किसी भी प्रतियोगिता परीक्षाओं में सफलता का पैमाना केवल विषयों की जानकारी ही नहीं है बल्कि परीक्षा के तकनीकी तकाजो की जानकारी भी आवश्यक है। अगर छात्र सिर्फ अपने विषय से अवगत है लेकिन वह मौजूदा तकनीकी यानी प्रश्नों के उत्तर देने में ओएमआर को भरने का तरीका नहीं जानते हैं तो फिर वह सफल नहीं हो सकते। इसलिए आवश्यकता है इस बात की जिस परीक्षा की तैयारी छात्र कर रहे हैं वह उस परीक्षा की तकनीकी से भी भली-भांति अवगत हो। उक्त बातें डॉक्टर मुश्ताक अहमद, कुलसचिव, ल०न० मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा ने कहीं। डॉक्टर अहमद स्थान में सी एम कॉलेज दरभंगा में चल रहे अल्पसंख्यक कल्याण विभाग, बिहार सरकार, पटना और नोडल एजेंसी मौलाना मज हरूल हक़ अरबी फारसी विश्वविद्यालय, पटना के द्वारा संचालित निशुल्क अल्पसंख्यक सीटेट कोचिंग छात्रों को संबोधित कर रहे थे। ज्ञातव्य हो कि डॉक्टर अहमद सी एम कॉलेज दरभंगा के प्रधानाचार्य थे और हाल ही में उन्होंने विश्वविद्यालय के कुलसचिव का पदभार ग्रहण किया है। लेकिन अल्पसंख्यक वर्ग में शिक्षा के प्रसार, विशेषकर प्रतियोगिता परीक्षाओं में अल्पसंख्यक छात्रों की सफलता के प्रति प्रयासरत रहे हैं और इन्हीं के प्रयास से दरभंगा में निशुल्क अल्पसंख्यक कोचिंग विगत कई वर्षों से चल रहा है। जिसमें बड़ी संख्या में छात्र एवं छात्राएं विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओं जैसे बीपीएससी, बैंकिंग, रेलवे, एसएससी और शिक्षक पात्रता परीक्षाओं में सफल हो रहे हैं। डॉक्टर अहमद ने कहा कि अल्पसंख्यक वर्ग की दशा और दिशा केवल शिक्षा और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के माध्यम से ही प्रतियोगिता परीक्षाओं में सफलता से बदल सकती है। उन्होंने कहा कि या निशुल्क कोचिंग श्री आमिर सुब्हानी, माननीय प्रधान सचिव, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग, ।बिहार सरकार, पटना के प्रयास से संभव हो सका है। इस प्रकार की कोचिंग दरभंगा के अतिरिक्त भागलपुर, मोतिहारी, कटिहार, आरा आदि में चलाई जा रही है। इसमें छात्रों को निशुल्क पुस्तकें और अन्य पठनीय सामग्री भी दी जाती है। कोविड-19 के कारण विगत मार्च माह से इस प्रकार की कोचिंग पर प्रतिबंध था। अब कोविड -19 के उसूलों का पालन करते हुए कॉलेजों में शिक्षण कार्य प्रारंभ हो गया है। इसलिए आज से सीटेट दिसंबर 2020 परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों के लिए कोचिंग प्रारंभ कर दी गई है। ज्ञातव्य हो कि टेस्ट परीक्षा के आधार पर 60 छात्रों के लिए निशुल्क कोचिंग कराई जाती है। पिछले सीटेट परीक्षा में इस केंद्र के 60 प्रतियोगियों में से 46 छात्रों ने सफलता प्राप्त की थी।