बिजनौर: अन्जुमन तरक़्क़ी-ए-उर्दु शाख़ा ज़िला बिजनौर के तत्वावधान आयोजित उर्दु सेमिनार का उद्धघाटन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डा.सुर्यमणी रघुवंशी (बिजनौर टाईम्स ग्रूप ) ने करते हुए कहा कि में भले ही हिंदी समाचार का सम्पादक हूं परन्तु उर्दु भाषा मेरी रग रग में दोड़ रही है। हमारे पुरखों की लिखित तमाम दस्तावेज़ उर्दु में ही हैं।
अन्जुमन के ज़िला सचिव अमीर नहटौरी ने कहा यह बड़े अफ़सोस की बात है कि मुल्क में फ़िर्क़ा परस्ती फ़ैलाने वाले, हिन्दु मुस्लिमों के आपसी मेलजोल से पैदा होने वाली उर्दु ज़बान को विदेशी व मुस्लिमों कि भाषा कहने लगे हैं जबकि उर्दु भाषा को परवान चढ़ाने में हिंदु मुस्लिम दोनों का बड़ा योगदान है। उन्होंने कहा अंजुमन का मक़सद उर्दू भाषा को बढ़वा देने के साथ साथ उर्दु भाषा के माध्म से देश की अखण्ता औरआपसी प्रेम भाईचारा को बढ़वा देना भी है। यह उर्दू भाषा की मिठास ही है कि उर्दू की मफ़िल का उद्धघाटन डा. सुर्य मणी रघुवंशी कर रहें है।
इस अवसर पर डा. पंकज भारद्वाज संमपादक पब्लिक ईमोशन बिजनौर ने कहा कि वास्तव मे उर्दु भाषा हमारे ही देश की एक अनमोल धरोहर है और मेरी इच्छा है कि हिंदी दैनिक के साथ साथ ज़िले से एक उर्दू दैनिक समाचार पत्र भी जारी करूं। इसके लिए मुझे आपके सहयोग की ज़रुरत है। ईक़बाल अहमद सिद्दीक़ी ने कहा कि अंजुमन जनपद मे आपसी सौहार्द बढ़ाने वे उर्दु हिन्दी को क़रीब लाने में सराहनीय काम कर रही है।
अंजुमन के एक दिवसीय उर्दु सेमिनार में उर्दु/हिंदी के सुप्रसिद्ध लेखक साहित्यकार व बुद्दी जिवियों में श्रीमति डा. रख़शंदा रूही मेहदी दिल्ली, अरशद नदीम किरतपुरी दिल्ली, हबीब सैफ़ी दिल्ली, कलीम त्यागी मुज़फ़्फ़रनगर, डा.समीना बी रामपुर, डा.सिब्तैन सय्यदा बिजनौर, डा. समीना बी अमरोहा, शकील बिजनौरी आदि ने भाषा लिपी के चलन और उर्दू भाषा का प्रचार , प्रसार तथा वर्तमान उर्दु भाषा की प्रस्थितियों के सम्बन्ध में विस्तार से अपने अपने विचारा तथा मक़ाले प्रसतुत किये ।
तत्पश्चात अंजुमन के द्वारा उर्दु, हिंदी की प्रख्यात नाविल व अफ़साना निगार श्रीमति डा. रख़शंदा रूही (सीनियर सेकंड्री स्कूल जामिया मिल्लिया नई दिल्ली), को उनकी अदबी साहित्यिक सेवा के उपलक्ष में “क़र्रतुलएन हैदर” एवार्ड,
ज़िले के मशहूर शायर व अदीब अरशद नदीम किरतपुरी (दिल्ली) को “अख़्तर उल ईमान एवार्ड ”, दैनिक सांध्य पब्लिक इमोशन बिजनौर के संपादक डा.पंकज भारद्वाज को हिंदी साहित्यिक सेवा के उपलक्ष में “फ़ख्र-ए-हिंदी सहाफ़त” एवार्ड तथा रईसुद्दीन राना मुज़फ़्फ़रनगर को उर्दु शिक्षा व अदबी सेवा के उपलक्ष में “मुजाहिद-ए-उर्दु एवार्ड”, से सम्मानित किया गाया ।
अन्जुमन के सदर ख़ुर्शीद मोहसिन एडवोकेट व अमीर नहटौरी ने कहा कि उर्दू हिन्दी की इन महान शख्सियात को सम्मानित करते हुए हम गर्व महसूस कर रहे है ।
सेमिनार की अध्यक्षता ख़ुर्शीद मोहसिन एडवोकेट (सदर अंजुमन) तथा संचालन अमीर नहटौरी ने किया। जबकि डा. ए. रहमान एहसास, हसनैन नक़वी, बार एसोसिएश्न के उपाध्यक्ष गुल सिताब एडवोकेट, शकील बिजनौरी, तहज़ीब अबरार सहसपुरी, रियाज़ हनफ़ी नूरपुरी, हबीब सेफ़ी दिल्ली अरशद नदीम किरतपुरी, हमज़ा अ़जमी बुलंदशहर, मसरूर बेग, अज़ीम अहमद, डा.शगुफ़ता नगी, डा.शाईस्ता जबी, संजीव एकल, अ.समद आज़ाद आदि गणमान्य वयक्तियों ने मुख्य रूप से कार्यक्रम में भाग लिया।