चलो प्रेम के सपने को साकार करें हम
जग मांगे है प्यार चलो बस प्यार करें हम
इक दूजे के होकर रहना यही मानवता
सुखमयी जीवन साथ सुखी संसार करें हम
चलो प्रेम के सपने को ………..
रूठे न कोई हमसे ऐसा काम करें हम
अपना जीवन किसी के तो नाम करें हम
प्यार से बड़कर दुनिया में है नहीं कोई दूजा
अब प्यार में क्यों न खुद को ही कुर्बान करें हम
चलो प्रेम के सपने को ………..
नफ़रत की आंधी को चल मिल कर रोकें
भव सागर की नईया ऐसी पार करें हम
हो जाए उद्घार ये अपना घर और आंगन
सभी को चाहिए प्यार चलो बस प्यार करें हम
चलो प्रेम के सपने को ………..