भाजपा की तरफ से आरएलडी अध्यक्ष जयंत चौधरी को अपनी पार्टी में आने का न्योता देने का मामला एक बार फिर शुक्रवार को उठा। मुजफ्फरनगर में समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने इसे लेकर भाजपा पर तंज कसा। अखिलेश ने कहा कि सोचो उनके हालात कैसे हो गए हैं।
अखिलेश यादव जयंत चौधरी के साथ संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस कर रहे थे। इस दौरान अखिलेश ने भाजपा सरकार और सीएम योगी पर कई हमले किये। अखिलेश ने कहा कि भाजपा जानबूझकर लोगों को गरीब बना रही है। भाजपा चाहती है कि लोग उसके राशन और कड़ुआ तेल पर मजबूर हो जाएं।
अमित शाह की बैठक के बाद न्योता
अमित शाह की जाट नेताओं के साथ बैठक के बाद सांसद प्रवेश वर्मा ने कहा था कि जयंत चौधरी के लिए भाजपा के दरवाजे हमेशा खुले हैं। बैठक के बाद प्रवेश वर्मा ने कहा कि राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने एक अलग रास्ता चुना है, जो सही नहीं है। जाट समाज के लोग जयंत से बात करेंगे, उन्हें समझाएंगे। उन्होंने कहा कि इस बार भी यूपी में भाजपा की सरकार बनेगी, लेकिन चुनाव के बाद भी संभावनाएं हमेशा बनी रहती हैं, जयंत के लिए भाजपा का दरवाजा खुला है, वे चाहें तो आ सकते हैं।
जयंत ने बिना देरी दिया जवाब
भाजपा की तरफ से मिले न्योते पर जयंत चौधरी ने भी बिना देर किये जवाब दिया था। जयंत ने कहा कि न्योता मुझे नहीं, उन 700 से ज्यादा किसान परिवारों को दें जिनके घर उजाड़ दिए। जयंत ने कहा कि छात्रों के साथ हिंसा देश के भविष्य पर वार है। कृषि आंदोलन के दौरान जिस तरह से किसानों पर अत्याचार हुआ, उसे कैसे भुलाया जा सकता है।
जयंत चौधरी ने कहा कि हमने गलत राह नहीं चुना बल्कि इस बार उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में किसान वोट की चोट से भाजपा को सबक सिखाने के लिए तैयार है। जाटों को आरक्षण और भूतपूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने की मांग पहले भी जाट समाज उठा चुके हैं। बावजूद इसके चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने की मांग को भाजपा सरकार ने अनसुनी की है।
सरकार पर हमला
अखिलेश ने किसानों को लेकर भाजपा पर कई हमले किये। कहा कि भाजपा को किसानों ने उनकी औकात बता दी है। भाजपा ने अभी तक नहीं बताया कि तीन कानून क्यों लाए और क्यों वापस लिये गए। कहा कि भाजपा बिना बताए इस तरह के कानून ला सकती है। हम ऐसे कानून कभी नहीं लागू होने देंगे।
सीएम योगी पर हमला करते हुए अखिलेश ने कहा कि सपा अच्छी योजना का ऐलान करती है तो मुख्यमंत्री की भाषा बदल जाती है। पेंशन को लेकर हमारी बातचीत रिटायर अधिकारियों से हुई है, बजट के लिए पैसा कारपस फंड से किया जाएगा।