इंग्लैंड दौरे पर गई टीम इंडिया पर कोरोना का खतरा मंडराने लगा है। विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत समेत 2 खिलाड़ियों का टेस्ट पॉजिटिव पाया गया था। इनमें से एक की रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है। जबकि पंत अब भी आइसोलेशन में है, जिनका 18 जुलाई को दूसरा टेस्ट किया जाएगा। हालांकि, उनमें कोई लक्षण नहीं हैं।
BCCI के एक अधिकारी ने भास्कर को बताया कि ऋषभ पंत का कोरोना टेस्ट 10 जुलाई को पॉजिटिव आया था। पंत 29 जून को यूरो कप के राउंड ऑफ 16 (इंग्लैंड vs जर्मनी) का मैच देखने पहुंचे थे। पंत के अलावा हनुमा विहारी और जसप्रीत बुमराह भी मैच देखने पहुंचे थे। अब सवाल उठ रहे हैं कि पंत की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के इतने दिन बाद भी मैनजमेंट ने सख्त कदम क्यों नहीं उठाए।
पंत के पॉजिटिव आने के बाद टीम इंडिया के कोच रवि शास्त्री 11 जुलाई को विम्बलडन फाइनल देखने पहुंचे थे। बाकी खिलाड़ी भी परिवार के साथ घूमते दिखे थे। किसी को रोका नहीं गया और न ही कोई सुरक्षात्मक कदम उठाए गए। सभी खिलाड़ियों को कोरोना वैक्सीन कोवीशील्ड का पहला डोज ही लगा है। सभी खिलाड़ियों को दूसरा डोज इंग्लैंड में ही लगना है। इनमें से कुछ को दूसरा डोज लग चुका है।
कप्तान विराट कोहली और रोहित शर्मा समेत कई खिलाड़ी फैमिली के साथ ही इंग्लैंड पहुंचे हैं। 23 जून को साउथैम्पटन में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेलने के बाद वे फैमिली के साथ छुट्टी मना रहे थे। BCCI अधिकारी के मुताबिक, भारतीय टीम के ज्यादातर खिलाड़ी लंदन के आस-पास ही रहे। कुछ खिलाड़ी इंग्लैंड के अलग-अलग हिस्सों में भी घूमने पहुंचे थे। सभी खिलाड़ियों को 14 जुलाई को टीम के साथ जुड़ना था।
पाकिस्तान के खिलाफ वनडे सीरीज से ठीक 2 दिन पहले यानी, 6 जुलाई को इंग्लैंड के 3 खिलाड़ी समेत 7 लोग पॉजिटिव आए थे। इसके बाद सभी को आइसोलेट किया गया और पाकिस्तान के खिलाफ पहले मैच में पूरी नई टीम उतारी गई थी। हालांकि, सभी खिलाड़ी अब ठीक हैं।
इसके बाद BCCI ने कहा था कि इंडियन टीम मैनेजमेंट कोरोना को लेकर इंग्लिश टीम में बनी स्थिति से अवगत है। अगर इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड (ECB) हमें अपने कार्यक्रम में बदलाव करने को कहता है, या कोई नया प्रोटोकोल देता है तो हम उसका पालन करेंगे। फिलहाल पहले से तय कार्यक्रम में कोई बदलाव नहीं किया गया है।