नई दिल्ली:पिछले लगभग डेढ़ महीने से किसान केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर अडिग हैं। वहीं सरकार भी कदम पीछे नहीं करना चाहती। ऐसे में विरोध में किसानों का हल्लाबोल जारी है। सरकार के साथ किसानों की सात दौर की वार्ता बेनतीजा रही थी, इसलिए किसानों ने अपने आंदोलन को तेज कर दिया है और आज राजधानी की सीमाओं पर ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे। गाजियाबाद के यूपी गेट पर प्रदर्शन कर रहे किसान आज यानी गुरुवार सुबह 135 किमी लंबे ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे पर गणतंत्र दिवस के लिए अपने ‘ट्रैक्टर मार्च’ का ‘ड्रेस रिहर्सल’ करेंगे।
इसके कारण NH-9 सहित दो नेशनल हाईवे से गुजरने वाले लोगों पर इस रिहर्सल का असर होने की संभावना है। हालांकि, योगेंद्र यादव ने कहा कि ये किसान आज दिल्ली में एंटर नहीं करेंगे। इधर, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के अधिकारियों ने कहा कि ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे पर ट्रैक्टरों की अनुमति नहीं है।
भीषण ठंड, बारिश के बावजूद पंजाब, हरियाणा और देश के कुछ अन्य भागों के हजारों किसान पिछले 40 दिनों से ज्यादा समय से दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर डटे हुए हैं। किसान कृषि कानूनों को निरस्त करने, फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानूनी गारंटी देने तथा दो अन्य मुद्दों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों और तीन केंद्रीय मंत्रियों के बीच सोमवार को हुई बैठक बेनतीजा रही थी क्योंकि किसान तीनों कानूनों को निरस्त करने की अपनी मांग पर डटे हुए हैं। राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं पर किसानों के आने के बाद से दिल्ली यातायात पुलिस अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से शहर में सड़कों के बंद होने के बारे में लोगों को लगातार सूचनाएं दे रही है।
(इनपुट livehindustan.com)