उत्तराखंड:उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर टूटने से आस-पास के इलाकों में काफी तबाही हुई है। इस आपदा में तपोवन-रैणी क्षेत्र में स्थित ऊर्जा परियोजना में काम करने वाले करीब 100-150 कर्मी के लापता हैं। ग्लेशियर टूटने के चलते अलकनंदा और धौली गंगा उफान पर हैं। इस बीच मौके पर रेसक्यू टीम भी पहुंच चुकी हैं। मिल रही जानकारी के अनुसार, आईटीबीपी ने अब 16 लोगों को बचाया है। चमोली के तपोवन में एक टनल में फंसे सभी 16 लोगों को आईटीबीपी ने रेस्क्यू किया है। इसके साथ-साथ बाकी जगहों पर रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। वहीं ताजा खबरों के अनुसार, अब तक 9-10 के शव मिल चुके हैं जबकि तलाशी अभियान अभी जारी है।
घटना के बाद भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीमें उत्तराखंड के बाढ़ प्रभावित इलाकों में रेस्क्यू आपरेशन कर रही हैं। आईटीबीपी के एक अधिकारी ने बताया कि बल की 200 कर्मियों वाली दो टीमें जोशीमठ से बाढ़ प्रभावित इलाकों में भेजी गई हैं। आईटीबीपी की इकाइयां चीन के साथ लगी वास्तविक नियंत्रण रेखा की रक्षा के लिए जोशीमठ में मौजूद रहती हैं।
आपको बता दें कि ग्लेशियर टूटने से पानी के तेज बहाव में कई घरों के बहने की आशंका है। हादसे के बाद से ही आस-पास के कई इलाके खाली कराए जा चुके हैं। लोगों से संयम बरतते हुए सुरक्षित इलाकों में पहुंचने की अपील की जा रही है। इस आपदा में कम से कम 150 लोगों के मारे जाने का अनुमान भी लगाया जा रहा है।वहीं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत घटनास्थल जा जायजा लेने भी पहुंचे। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत देश के गृहमंत्री अमित शाह भी मामले पर नजर बनाए हुए हैं और पल-पल की अपडेट ले रहे हैं।
माहौल को देखते हुए ग्लेशियर टूटने की घटना के बाद से ही पौड़ी, टिहरी, रुद्रप्रयाग, हरिद्वार और देहरादून के इलाकों में भी हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। चमोली के जिला प्रशासन की ओर से अलकनन्दा नदी के किनारे रह रहे लोगों के लिए अलर्ट जारी किया गया है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार सुबह अचानक जोर की आवाज के साथ धौली गंगा का जलस्तर बढ़ता दिखा। पानी तूफान के आकार में आगे बढ़ रहा था और वह अपने रास्ते में आने वाली सभी चीजों को अपने साथ बहाकर ले गया।
पुलिस ने हादसे में फंसे लोगों की मदद के लिए एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है। पुलिस ओर से एक ट्वीट में कह गया, “अगर आप प्रभावित क्षेत्र में फंसे हैं, आपको किसी तरह की मदद की जरूरत है तो कृपया आपदा परिचालन केंद्र के नम्बर 1070 या 9557444486 या डायल 112 पर संपर्क करें। कृपया घटना के बारे में पुराने वीडियो से अफवाह न फैलाएं।”
(input www.livehindustan.com)